
(Photo- Dainik Bhaskar)
Chhattisgarh Naxal Violence -नक्सलियों ने युवक को अगवा कर की हत्या, गांव के बाहर फेंका शव
बीजापुर (छत्तीसगढ़): छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सल आतंक एक बार फिर सामने आया है। उसूर थाना क्षेत्र के पेरमपल्ली गांव में नक्सलियों ने एक युवक को किडनैप कर धारदार हथियार से हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद नक्सली शव को गांव के बाहर फेंक कर फरार हो गए।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, मृतक युवक पेरमपल्ली गांव का निवासी था। अभी तक युवक की शिनाख्त नहीं हो सकी है। बताया जा रहा है कि बीते 15 दिनों में नक्सलियों ने मुखबिरी के शक में 6 लोगों को मौत के घाट उतार दिया है। इनमें 4 ग्रामीण और 2 छात्र शामिल हैं।
जंगलों में भाग गए नक्सली
घटना 1 जुलाई की बताई जा रही है जब बड़ी संख्या में हथियारबंद नक्सली गांव में घुसे और युवक को जबरन घर से बाहर निकाल कर पीटा। फिर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर उसकी हत्या कर दी गई। हत्या के बाद सभी नक्सली जंगल की ओर भाग गए।
17 जून को हुई थी तीन ग्रामीणों की हत्या
इससे पहले 17 जून 2025 को भी बीजापुर के पेद्दाकोरमा गांव में नक्सलियों ने तीन लोगों की हत्या की थी। मारे गए लोगों में 13 साल का सातवीं कक्षा का छात्र अनिल माड़वी, 20 वर्षीय कॉलेज छात्र सोमा मोड़ियम और एक अन्य ग्रामीण शामिल थे।
करीब 70 से 80 नक्सली गांव में घुसे और दस से अधिक युवकों को जबरन बंधक बनाकर साथ ले गए। पिटाई के बाद कुछ को छोड़ दिया गया, जबकि तीन की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी गई।
बच्चों और छात्रों को बनाया जा रहा निशाना
नक्सलियों का आक्रोश अब स्कूल और कॉलेज जाने वाले छात्रों पर उतर रहा है। पुलिस के लगातार ऑपरेशन से बौखलाए नक्सली मासूम बच्चों और युवाओं की हत्या कर दहशत फैला रहे हैं।
मारे गए लोग सरेंडर नक्सली के रिश्तेदार
17 जून की घटना में मारे गए सभी लोग कथित तौर पर DVCM कैडर के पूर्व नक्सली दिनेश मोड़ियम के रिश्तेदार थे, जिसने कुछ समय पहले सरेंडर किया था। नक्सलियों ने आरोप लगाया कि इन लोगों ने दिनेश को आत्मसमर्पण के लिए उकसाया और उससे पैसे भी लिए, इसी कारण उन्हें सजा दी गई।
22 जून को फिर दो हत्याएं
इसके बाद 22 जून को बीजापुर जिले के पामेड़ थाना क्षेत्र में दो और लोगों—समैय्या और वेको देवा की नक्सलियों ने हत्या कर दी। समैय्या पहले खुद भी नक्सली था और 2025 में सरेंडर किया था, जबकि वेको देवा एक स्थानीय ग्रामीण था।
25 वर्षों में 1821 हत्याएं – भयावह आंकड़े
छत्तीसगढ़ में राज्य गठन के बाद से अब तक बस्तर संभाग में नक्सलियों द्वारा की गई हत्याओं की संख्या चौंकाने वाली है। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 25 वर्षों में कुल 1,821 लोगों की हत्या नक्सलियों ने की है। इनमें आम नागरिक, जनप्रतिनिधि, छात्र, सुरक्षाकर्मी और पूर्व नक्सली शामिल हैं।
बीजापुर सबसे अधिक प्रभावित जिला
1821 हत्याओं में सबसे ज्यादा वारदात बीजापुर जिले में दर्ज की गई हैं, जो लगातार नक्सली हिंसा का केंद्र बना हुआ है। यहां आए दिन ग्रामीणों, शिक्षकों, और छात्रों को निशाना बनाया जाता है।
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