
Chhattisgarh monsoon alert-
छत्तीसगढ़ में मानसून इस वर्ष समय से पहले दस्तक देने को तैयार है। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि राज्य में 5 जून तक मानसून पहुंच सकता है। इसको लेकर प्रदेश के सभी जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी कर दिया गया है।
शनिवार को देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत हो चुकी है, और इसके असर से छत्तीसगढ़ में भी मौसम का मिजाज बदलने लगा है। रायपुर, बिलासपुर, कोरबा समेत 11 जिलों में बिजली गिरने और तेज बारिश की चेतावनी दी गई है।
रायपुर में बदला मौसम का मिजाज
शनिवार सुबह से ही रायपुर में बादलों की घनघोर मौजूदगी देखी गई। शहर में रुक-रुक कर बारिश हुई, जिससे मौसम सुहावना हो गया। दिनभर ठंडी हवाओं और बारिश की बूंदों से तापमान में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार, रायपुर में अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
बिलासपुर और अंबिकापुर में तापमान में गिरावट
राज्य के विभिन्न जिलों में तापमान में सामान्य से 5 से 10 डिग्री तक की गिरावट देखी गई।
-
बिलासपुर में अधिकतम तापमान 35 डिग्री
-
अंबिकापुर में न्यूनतम तापमान 20.4 डिग्री
-
दुर्ग में सामान्य से 11.2 डिग्री नीचे
-
जगदलपुर में तापमान सामान्य से 5 डिग्री कम
इन सभी जिलों में लगातार बारिश से गर्मी से काफी राहत मिली है।
बीते 24 घंटों में कहां कितनी बारिश हुई?
-
30 मिमी बारिश: अंबिकापुर, मोहला, देवभोग
-
20 मिमी बारिश: खरगांव, बेलरगांव, मारी बंगला देवरी, गरियाबंद
-
10 मिमी बारिश: भानुप्रतापपुर, कुकरेल, मैनपुर, लटोरी, कोटाडोल
आज कहां होगी बारिश?
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, आज कोरिया, बिलासपुर और कोरबा में मध्यम से भारी वर्षा की संभावना है। राज्य के अधिकांश हिस्सों में बादल छाए रहेंगे और हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जा सकती है।
जिन जिलों में बारिश की संभावना है:
-
वर्षा संभावित जिलों:
मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, कोरिया, मोहला–मानपुर, राजनांदगांव, खैरागढ़, कबीरधाम, बेमेतरा, दुर्ग, बालोद, धमतरी, गरियाबंद, महासमुंद, शक्ति, रायगढ़, सारंगढ़, बिलासपुर, मुंगेली, जांजगीर–चांपा, बलौदाबाजार, गौरेला, कोरबा, सूरजपुर, बलरामपुर, सरगुजा, जशपुर। -
बारिश की संभावना वाले जिले:
कांकेर, दंतेवाड़ा, कोंडागांव, बस्तर, सुकमा, बीजापुर, नारायणपुर
बिजली गिरने और ओलावृष्टि के दौरान बरतें ये सावधानियां:
-
गड़गड़ाहट सुनते ही तुरंत पक्के भवन या सुरक्षित स्थान पर जाएं
-
यदि खुले में हैं और कोई आश्रय नहीं है, तो उकड़ू बैठें
-
पेड़ों के नीचे न ठहरें
-
बिजली के खंभों, तारों और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से दूर रहें
-
मोबाइल या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का प्रयोग न करें
निष्कर्ष
छत्तीसगढ़ में मानसून इस वर्ष पहले ही दस्तक दे रहा है। यलो अलर्ट को देखते हुए नागरिकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। मौसम की यह स्थिति कृषि, जल प्रबंधन और स्वास्थ्य के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है। बारिश से राहत तो मिलेगी, लेकिन बिजली गिरने की घटनाओं से बचाव जरूरी है।