Chhattisgarh Mata Statue Vandalised Before State Festival In Raipur –
रायपुर में राज्योत्सव से पहले छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति तोड़ी: बवाल के बाद लगाई गई नई प्रतिमा; CM बोले- आरोपी को बख्शेंगे नहीं
मुख्य बातें (Highlights):
रायपुर में तेलीबांधा थाना क्षेत्र में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा खंडित
घटना के बाद छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने किया जोरदार प्रदर्शन
पुलिस ने FIR दर्ज कर एक संदिग्ध को हिरासत में लिया
सीएम विष्णुदेव साय बोले – “किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा”
भूपेश बघेल ने कहा – “यह छत्तीसगढ़ की अस्मिता पर हमला है”
बवाल के बाद नई प्रतिमा स्थापित की गई
📍घटना का विवरण

राज्योत्सव से पहले रायपुर में छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति खंडित होने से पूरे प्रदेश में आक्रोश फैल गया। यह घटना तेलीबांधा थाना क्षेत्र के राम मंदिर चौक की है। देर रात कुछ अज्ञात लोगों ने मूर्ति को दीवार से उखाड़कर उसका सिर तोड़ दिया। रविवार सुबह लोगों को जब जानकारी मिली तो मौके पर भारी भीड़ जुट गई।
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने इसे “छत्तीसगढ़ की अस्मिता पर हमला” बताया और जमकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान पुलिस और क्रांति सेना के सदस्यों के बीच झड़प भी हुई।


🗣️राजनीतिक बयानबाजी तेज

सीएम विष्णुदेव साय ने कहा – “दोषी चाहे कोई भी हो, बख्शा नहीं जाएगा। कानून अपना काम करेगा।”
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया पर लिखा – “यह छत्तीसगढ़ महतारी का अपमान है। अगर भाजपा सरकार ने जनआक्रोश को अनदेखा किया तो अच्छा नहीं होगा।”
केंद्रीय मंत्री तोखन साहू ने कहा – “जिसने भी यह कृत्य किया है, उसके मन में द्वेष की भावना है। कड़ी कार्रवाई होगी।”
🏛️ पुलिस कार्रवाई
तेलीबांधा थाना पुलिस ने मामले में बीएनएस की धारा 298 के तहत FIR दर्ज की है। पुलिस आसपास लगे CCTV फुटेज खंगाल रही है। एक संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है, हालांकि पुलिस ने अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
🕊️ छत्तीसगढ़ महतारी की नई प्रतिमा स्थापित
सोमवार को प्रशासन ने छत्तीसगढ़ महतारी की नई प्रतिमा स्थापित कर दी। इस मौके पर पुलिस बल की भारी तैनाती की गई ताकि स्थिति नियंत्रण में रहे।
🌾 छत्तीसगढ़ महतारी का महत्व
छत्तीसगढ़ महतारी राज्य की संस्कृति, अस्मिता और गौरव का प्रतीक है।
पहली प्रतिमा 2022 में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तेलीबांधा में स्थापित की थी।
इसमें महतारी को पारंपरिक लुगरा व आभूषणों में दर्शाया गया है।
एक हाथ में धान की बालियां (कृषि संस्कृति का प्रतीक) और दूसरे में दीपक (ज्ञान व समृद्धि का प्रतीक) है।
📢 प्रदेशभर में विरोध
रायपुर की घटना के विरोध में धमतरी सहित कई जिलों में प्रदर्शन हुए।
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना, जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी और अन्य संगठनों ने दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन भी सौंपा।
