Chhattisgarh Cutaneous Nocardia First Case -छत्तीसगढ़ में क्यूटेनियस नोकार्डिया संक्रमण का पहला मरीज मिला
छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में दुर्लभ बीमारी क्यूटेनियस नोकार्डिया का पहला केस सामने आया है। डॉक्टर्स के अनुसार, इससे पहले देश में कर्नाटक और दिल्ली में ही मरीज मिले थे। विश्व स्तर पर यह संक्रमण अब तक लगभग 5 से 7 प्रतिशत लोगों में पाया गया है।
नारायणपुर के 50 वर्षीय मरीज की पीठ पर पहले काले दाने उभरे, जो धीरे-धीरे घाव और पस से भरे फोड़े में बदल गए। दो महीने में ये पूरे शरीर पर फैल गए। समय पर इलाज न मिलने पर यह संक्रमण जानलेवा साबित हो सकता है।
लक्षण और बीमारी का कारण

शरीर पर काले दाने और धब्बे
पस भरे फोड़े और घाव
तेज बुखार और खुजली
चलने-फिरने में परेशानी
यह संक्रमण नोकार्डिया बैक्टीरिया से फैलता है। यह सीधे व्यक्ति से व्यक्ति में नहीं फैलता बल्कि धूल-मिट्टी से सांस के जरिए या खुले घाव के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है।
इलाज और मरीज की स्थिति

जिला अस्पताल के डॉक्टर हिमांशु सिन्हा और धनराज सिंह डरसेना ने मरीज का इलाज किया। 14 दिनों तक ब्लड टेस्ट, सोनोग्राफी और पस कल्चर सेंस्टिविटी टेस्ट के बाद मरीज को आइसोलेशन में रखकर उपचार किया गया। इलाज के बाद मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया और अब उसकी हालत में सुधार है।
बचाव के उपाय
घाव को ढककर रखें
मिट्टी में काम करते समय दस्ताने और सुरक्षा उपकरण का प्रयोग करें
शुरुआती लक्षण दिखने पर तुरंत अस्पताल पहुंचें
