
CG Fourth Grade Promotion -छत्तीसगढ़ शासन के सामान्य प्रशासन विभाग ने हाल ही में एक नई अधिसूचना जारी कर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के लिए तृतीय श्रेणी पदों पर पदोन्नति की प्रक्रिया को बदल दिया है, जिससे हज़ारों कर्मचारियों में नाराज़गी है।
कर्मचारी नेता विजय कुमार झा ने बताया कि बीते 25 वर्षों से संघर्ष के बाद चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को तृतीय श्रेणी के स्वीकृत पदों में से 10% तक पदोन्नति देने का प्रावधान था, जिसे बाद में बढ़ाकर 25% किया गया था। यह पदोन्नति हायर सेकेंडरी उत्तीर्ण और 5 वर्षों की सेवा पूरी करने वाले कर्मचारियों को दी जाती रही है।
विजय झा ने कहा कि पहले कंप्यूटर या मुद्रलेखन परीक्षा पास करने की शर्त नहीं थी। लेकिन सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा 20 जून 2025 को जारी नवीन आदेश में अब मान्यता प्राप्त संस्थान से कंप्यूटर डिग्री को अनिवार्य बना दिया गया है। इसका मतलब है कि अब वे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जिनके पास कंप्यूटर डिग्री नहीं है, वे तृतीय श्रेणी की पदोन्नति से वंचित रह जाएंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि इस नई अधिसूचना में अन्य उच्च पदों के लिए शैक्षणिक योग्यता में वृद्धि की गई है, जैसे कि डिप्लोमा, ग्रेजुएशन, पोस्ट-ग्रेजुएट डिग्री, साइंस और कंप्यूटर साइंस की डिग्री की शर्तें जोड़ी गई हैं। इससे न केवल पदोन्नति की राह कठिन होगी बल्कि बेरोजगारी और भी बढ़ेगी।
मोदी सरकार की “गारंटी” पर सवाल उठाते हुए, झा ने कहा कि जब प्रधानमंत्री ने बेरोजगारी दूर करने का वादा किया था, तो यह नीति उस दिशा में उलटी है। उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि इस अधिसूचना को तत्काल रद्द किया जाए और पूर्व व्यवस्था को पुनः लागू किया जाए।
विजय झा ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि सरकार ने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के हित में कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ, प्रदेश अध्यक्ष बिन्देसरी राम रौतिया के नेतृत्व में राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करने के लिए बाध्य होगा।
Source –DailyChhattisgarh
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