
CG Constable Cyber Fraud
CG Constable Cyber Fraud -CG में आरक्षक बना साइबर ठग: खुद को SP बताकर 2.5 करोड़ की ठगी, बिल्डरों-बिजनेसमैन से करता था वसूली
बलौदाबाजार, 13 जुलाई 2025। छत्तीसगढ़ पुलिस का एक आरक्षक, जिसे जनता की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया था, खुद साइबर ठगी का मास्टरमाइंड निकला। आरोपी हेमंत नायक को बलौदाबाजार पुलिस ने 2 करोड़ 50 लाख रुपए की ठगी के सनसनीखेज मामले में सारंगढ़ से गिरफ्तार किया है।
चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी ने बलौदाबाजार एसपी के नाम से फर्जी ईमेल आईडी बनाकर एक जाल बिछाया, जिसमें उसने बिल्डरों, व्यापारियों और अन्य प्रभावशाली लोगों को फंसाया।
SP बनकर करता था धमकी और ठगी, बैंक खातों को करता था फ्रीज
जांच में सामने आया है कि हेमंत नायक फर्जी एसपी बनकर बड़े व्यापारियों और बिल्डरों के खातों की जानकारी निकालता था और फिर फर्जी आधिकारिक मेल भेजकर उनके बैंक अकाउंट्स को फ्रीज करवा देता था।
बाद में वह खुद को पुलिस अधीक्षक बताकर इन पीड़ितों से संपर्क करता और खाता अनफ्रीज कराने के बदले लाखों की डिमांड करता था।
स्पेशल टीम ने पकड़ा, सामने आया फर्जी अकाउंट्स का नेटवर्क
बलौदाबाजार एसपी के निर्देश पर गठित एक विशेष टीम ने जब मामले की तहकीकात की, तो कई म्यूल अकाउंट्स (जाली खातों) के जरिए रकम ट्रांसफर करने का चक्रव्यूह सामने आया।
आखिरकार पुलिस ने तकनीकी निगरानी और ट्रांजैक्शन की गहराई से पड़ताल कर आरोपी को सारंगढ़ से गिरफ्तार किया।
तकनीक और बैंकिंग सिस्टम की थी गहरी समझ
आरोपी हेमंत नायक के पास आईटी और बैंकिंग प्रक्रियाओं की गहरी समझ थी, जिसे उसने ठगी के लिए इस्तेमाल किया।
अब तक की जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि वह अकेला नहीं था। पुलिस को शक है कि इस नेटवर्क में कई और लोग शामिल हो सकते हैं। पूछताछ और फोरेंसिक डेटा जांच के बाद कई और खुलासे होने की संभावना है।
पुलिस पर विश्वास को पहुंचा झटका, आरोपी न्यायिक हिरासत में
एक वर्दीधारी द्वारा इस तरह का संगठित अपराध, पुलिस की साख और समाज के भरोसे को गहरी चोट पहुंचाने वाला है। आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और आगे की जांच साइबर सेल द्वारा की जा रही है।
पुलिस अधिकारी यह सुनिश्चित करने में जुटे हैं कि पूरे नेटवर्क का भंडाफोड़ कर दोषियों को कानून के शिकंजे में लाया जाए।
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