
सीजफायर पर कांग्रेस का वार: इंदिरा गांधी की नीति की याद, सर्वदलीय बैठक और संसद सत्र की मांग
भारत और पाकिस्तान के बीच हुए ताजा सीजफायर समझौते के बाद कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया है कि वे सर्वदलीय बैठक बुलाएं और संसद का विशेष सत्र आयोजित करें। पार्टी नेताओं ने इस संदर्भ में 1971 के युद्ध की चर्चा करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के निर्णायक नेतृत्व को याद किया।
छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेताओं ने वर्तमान परिस्थितियों की तुलना इंदिरा गांधी के ऐतिहासिक निर्णयों से की। सोशल मीडिया पर भी इंदिरा गांधी का नाम प्रमुखता से ट्रेंड करने लगा।
🔹 इंदिरा गांधी की छवि फिर चर्चा में
सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने 1971 के युद्ध के समय के नेतृत्व को मौजूदा स्थिति से जोड़ते हुए उनकी मिसाल दी। #IndiraGandhi हैशटैग ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर छाया रहा। कई यूजर्स ने पुरानी तस्वीरें और वीडियो शेयर करते हुए उन्हें ‘आयरन लेडी’ के रूप में सम्मान दिया।
🔹 भूपेश बघेल बोले: “जब तक तोड़ा नहीं, तब तक छोड़ा नहीं”
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 1971 के युद्ध में इंदिरा गांधी के निर्णयों को याद करते हुए कहा, “जब तक दुश्मन को तोड़ा नहीं, तब तक छोड़ा नहीं।” उन्होंने यह बयान सीजफायर के संदर्भ में सरकार की नीति की तुलना करते हुए दिया।
🔹 टी.एस. सिंहदेव और दीपक बैज का समर्थन
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने सशस्त्र बलों के पराक्रम को सलाम करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर इंदिरा गांधी की तस्वीर साझा की। उन्होंने लिखा:
“हमारी सेनाओं को सलाम, जिन्होंने आतंकवाद और सीमा पर खतरों के खिलाफ बहादुरी और निडरता से देश की रक्षा की। साथ ही सीमावर्ती इलाकों के नागरिकों के धैर्य और साहस को नमन करता हूँ।”
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने 1971 के युद्ध का एक पुराना वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा:
“आज हमें वही भावना चाहिए जो इंदिरा गांधी के फैसले के साथ 1971 में भारत में थी। जब देश एकजुट होता है, तब दुश्मन को झुकना ही पड़ता है।”
🔹 अमेरिका की भूमिका और सीजफायर का ऐलान
इस सीजफायर को लेकर अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर जानकारी दी कि अमेरिका की मध्यस्थता में भारत और पाकिस्तान के बीच रातभर बातचीत हुई। उन्होंने लिखा:
“मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान तुरंत हमले रोकने को तैयार हो गए हैं। यह समझदारी से भरा फैसला है और दोनों देशों को बधाई।”
🔹 देश को अलर्ट पर रखा गया
इस बीच केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटने में देर न हो। सुरक्षा एजेंसियां लगातार हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं।
🔹 कांग्रेस की केंद्र से दो प्रमुख मांगें
कांग्रेस संचार प्रमुख जयराम रमेश ने दो महत्वपूर्ण मांगें सरकार के समक्ष रखीं:
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प्रधानमंत्री को तत्काल सर्वदलीय बैठक बुलाकर सभी राजनीतिक दलों को विश्वास में लेना चाहिए।
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संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए, जिसमें हालिया घटनाओं और सरकार की रणनीति पर खुलकर चर्चा हो।
उन्होंने कहा कि वॉशिंगटन डीसी से आए बयान और भारत-पाक सीजफायर की स्थिति को देखते हुए यह राष्ट्रीय ज़रूरत बन गई है कि लोकतंत्र की भावना के तहत सभी दलों को साथ लिया जाए।
🔹 पाकिस्तान ने कुछ ही घंटों में तोड़ा सीजफायर
सीजफायर लागू होने के केवल तीन घंटे बाद ही पाकिस्तान की ओर से संघर्षविराम का उल्लंघन किया गया।
रात 8 बजे से जम्मू-कश्मीर के अखनूर, पुंछ, नौशेरा, श्रीनगर, आरएसपुरा, सांबा, उधमपुर जैसे इलाकों में फायरिंग की गई। राजौरी में तोप और मोर्टार से शेलिंग की गई जबकि उधमपुर में ड्रोन हमला भी हुआ।
इन हमलों के बाद जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात के सीमावर्ती क्षेत्रों में ब्लैकआउट की स्थिति रही और लोगों को सतर्क किया गया।
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Source – Dainik Bhaskar