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Bulldozer On Chhangur Baba: 100 करोड़ की संपत्ति पर चला प्रशासन का हथौड़ा, अवैध धर्मांतरण और विदेशी फंडिंग के आरोप में कार्रवाई
बलरामपुर (उत्तर प्रदेश), 11 जुलाई 2025 – अवैध धर्मांतरण के आरोपों से घिरे छांगुर बाबा का साम्राज्य अब मिट्टी में मिल चुका है। यूपी एटीएस की गिरफ्त में आए छांगुर बाबा और उसके नेटवर्क पर अब प्रशासन की बड़ी कार्रवाई जारी है। मंगलवार को बलरामपुर जिले के उतरौला इलाके में स्थित छांगुर बाबा और उसकी सहयोगी नीतू रोहरा की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चला दिया गया।
बताया जा रहा है कि छांगुर बाबा का यह नेटवर्क करीब 100 करोड़ रुपये की विदेशी फंडिंग से खड़ा किया गया था, जिसका उपयोग अवैध धर्मांतरण, मजार निर्माण, और कथित धार्मिक प्रचार के लिए किया जा रहा था।
बाबा का किला टूटा, बुलडोजर ने किया ध्वस्त
बलरामपुर जिला प्रशासन की टीम मंगलवार सुबह भारी पुलिस बल के साथ उतरौला बाजार स्थित बाबा के अड्डे पर पहुंची। यहां मौजूद रेडीमेड कपड़ों और जूतों के दो शोरूम, एक आलीशान बंगला जिसमें करीब 40 कमरे, और छत पर बड़ा सोलर पैनल था – सब पर बुलडोजर चला।
बंगले में कई धार्मिक प्रतीक चिह्न, चादर, कलावा, और मजार से संबंधित सामग्री भी मिली है। जांच अधिकारियों ने इन वस्तुओं को सबूत के रूप में जब्त किया है। कार्रवाई देर शाम तक चली और अब बुधवार सुबह 10 बजे से फिर से बुलडोजर चलेगा।
कौन है छांगुर बाबा? खुद को बताता था “पीर”
छांगुर बाबा स्थानीय लोगों के बीच एक स्वयंभू धार्मिक व्यक्ति के रूप में पहचाना जाता था। वह “पीर बाबा” के नाम से लोगों को अपने झांसे में फंसाकर कथित रूप से धर्मांतरण कराता था। उसका नेटवर्क न सिर्फ बलरामपुर, बल्कि लखनऊ, सिद्धार्थनगर और बहराइच तक फैला हुआ था।
छांगुर बाबा के शोरूम और बंगले में जमा की गई संपत्ति को देखकर प्रशासन भी हैरान है। प्राथमिक जांच में यह सामने आया है कि संपत्ति के दस्तावेज और निर्माण अनुमति अवैध तरीके से प्राप्त की गई थी।
ATS की कार्रवाई: धर्मांतरण नेटवर्क का हुआ पर्दाफाश
इस मामले की शुरुआत लखनऊ निवासी गुंजा गुप्ता की शिकायत से हुई। गुंजा को अबू अंसारी नाम के व्यक्ति ने खुद को “अमित” नाम बताकर प्रेमजाल में फंसाया और उसे छांगुर बाबा के पास ले गया। वहां, बाबा और उसके साथी नीतू उर्फ नसरीन, नवीन उर्फ जमालुद्दीन ने उसका ब्रेनवॉश करके इस्लाम धर्म स्वीकारने के लिए मजबूर किया।
गुंजा गुप्ता का नाम बदलकर “अलीना अंसारी” रख दिया गया और उसे नई पहचान देकर शादी करने के लिए तैयार किया गया। ATS द्वारा की गई जांच में यह स्पष्ट हुआ कि छांगुर बाबा का नेटवर्क धर्मांतरण के बदले पैसे वसूलता था, और उसके लिए बाकायदा रेट कार्ड तैयार था:
धर्मांतरण का ‘रेट कार्ड’: जाति के आधार पर तय थी कीमत
लड़की की जाति | धर्मांतरण के लिए रेट |
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ब्राह्मण/सवर्ण/क्षत्रिय | ₹15-16 लाख |
पिछड़ी जाति (OBC) | ₹10-12 लाख |
अन्य सामान्य जाति | ₹8-10 लाख |
इस रैकेट में न सिर्फ पुरुष, बल्कि महिलाएं भी सक्रिय रूप से शामिल थीं। नीतू रोहरा, जो बाद में नसरीन बनी, ने इस रैकेट का संचालन करने में अहम भूमिका निभाई। पुलिस का मानना है कि यह नेटवर्क भारत के कई राज्यों में सक्रिय था और इसके तार विदेशों तक फैले हुए हैं।
बुलडोजर कार्रवाई का अगला चरण बुधवार को
मंगलवार को देर शाम कार्रवाई रोक दी गई थी, लेकिन बलरामपुर प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि बुधवार सुबह 10 बजे से दोबारा कार्रवाई शुरू की जाएगी। स्थानीय पुलिस और ATS की टीमें मौके पर तैनात रहेंगी ताकि किसी तरह की गड़बड़ी न हो।
बंगले में क्या-क्या मिला?
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मजार पर चढ़ाई जाने वाली चादरें
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हिंदू प्रतीकों के साथ मुस्लिम धार्मिक सामग्री
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सोलर पैनल युक्त आलीशान छत
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दो बड़े रेडीमेड शोरूम
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संपत्ति के अवैध नक्शे और रजिस्ट्रेशन दस्तावेज
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धर्म परिवर्तन में प्रयुक्त वीडियो सामग्री
स्थानीय लोगों में भय और आक्रोश
उतरौला बाजार और बलरामपुर जिले में इस खुलासे के बाद आम लोगों में भय और गुस्से का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि छांगुर बाबा लोगों की आस्था से खिलवाड़ कर रहा था, और प्रशासन ने समय रहते बड़ा कदम उठाया है।
आगे क्या?
ATS अब छांगुर बाबा और उसके सहयोगियों की बैंक ट्रांजेक्शन, विदेशी फंडिंग, और प्रॉपर्टी निवेश की जांच कर रही है। इसके साथ ही FCRA उल्लंघन, पैसा शोधन (money laundering) और राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत भी कार्रवाई की तैयारी है।
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