
Anti Conversion Law
Bijapur Naxal Attack –बीजापुर में नक्सलियों की बर्बरता: धारदार हथियार से दो ग्रामीणों की हत्या, जंगल में IED ब्लास्ट में नाबालिग घायल
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों की कायराना हरकत एक बार फिर सामने आई है। तर्रेम थाना क्षेत्र में 20 और 21 जुलाई की दरम्यानी रात को लगभग 4-5 अज्ञात नक्सलियों ने दो ग्रामीणों की बेरहमी से हत्या कर दी। मृतकों की पहचान छुटवाई गांव निवासी कवासी जोगा (55 वर्ष) और बड़ा तर्रेम गांव निवासी मंगलू कुरसम (50 वर्ष) के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने दोनों पर धारदार हथियार से हमला किया।
घटना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है और विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है।
इससे एक दिन पहले बीजापुर जिले के भोपालपटनम ब्लॉक के कोण्डापडगु गांव में हुए आईईडी विस्फोट में एक 16 वर्षीय नाबालिग गंभीर रूप से घायल हो गया था। घायल युवक की पहचान कृष्णा गोटा के रूप में हुई है, जो अपने मवेशियों को चराने जंगल गया था। नक्सलियों ने यह विस्फोट सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए किया था।
छत्तीसगढ़ में हुए प्रमुख नक्सली हमले – एक नजर:
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9 जून 2025: सुकमा में IED विस्फोट में एएसपी आकाशराव गिरपूंजे शहीद, SDOP और TI गंभीर रूप से घायल।
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25 मई 2013: झीरम घाटी हमला, जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा समेत कांग्रेस के 25 नेता मारे गए।
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6 अप्रैल 2010: दंतेवाड़ा में नक्सली हमले में CRPF के 75 जवान शहीद।
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24 अप्रैल 2017: सुकमा में मुठभेड़ के दौरान CRPF के 24 जवान बलिदान हुए।
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मार्च 2018: सुकमा में IED विस्फोट में CRPF के 9 जवान शहीद।
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अप्रैल 2021: बीजापुर-सुकमा सीमा पर मुठभेड़ में 22 जवान वीरगति को प्राप्त हुए।
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11 मार्च 2014: सुकमा में हमले में 15 सुरक्षाकर्मी शहीद।
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अन्य तिथियां: 2009 से 2018 के बीच दंतेवाड़ा, नारायणपुर और बीजापुर में हुए हमलों में दर्जनों सुरक्षाकर्मी और नागरिकों की जान गई है।
इन घटनाओं से स्पष्ट है कि छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में खतरा अब भी बना हुआ है, और आम नागरिकों के साथ सुरक्षाबलों की जान पर भी लगातार संकट मंडरा रहा है।
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