Anwar Dhebar Bail-शराब घोटाला मामला: कारोबारी अनवर ढेबर को सुप्रीम कोर्ट से मिली 4 दिन की अंतरिम जमानत
मां की तबीयत खराब होने पर कोर्ट ने दी राहत, चार दिन बाद लौटना होगा जेल
नई दिल्ली / रायपुर। छत्तीसगढ़ के शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार कारोबारी अनवर ढेबर को सुप्रीम कोर्ट ने चार दिन की अंतरिम जमानत दी है। कोर्ट ने यह राहत ढेबर की मां की गंभीर तबीयत को देखते हुए दी है।
अनवर ढेबर अब चार दिन अपने परिवार के साथ रह सकेंगे और उसके बाद उन्हें फिर से जेल लौटना होगा।
⚖️ सुप्रीम कोर्ट ने कहा — “परिवार के ऐसे वक्त में साथ रहना जरूरी”
सुनवाई के दौरान ढेबर के वकीलों ने कोर्ट को बताया कि उनकी मां अस्पताल में भर्ती हैं और हालत गंभीर है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि,
“ऐसे समय में किसी को परिवार के साथ रहने का मौका मिलना चाहिए।”
कोर्ट ने स्पष्ट किया कि यह जमानत सिर्फ मानवीय आधार पर दी गई है और इसका मामले की मुख्य सुनवाई पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
💰 क्या है छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामला
इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) जांच कर रही है। आरोप है कि छत्तीसगढ़ में 3,000 करोड़ रुपए से ज्यादा का शराब घोटाला किया गया।
ED ने दावा किया कि तत्कालीन सरकार के दौरान IAS अधिकारी अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के MD A.P. त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर ने मिलकर सिंडिकेट बनाकर घोटाला किया।
🧾 ढेबर ने रिश्तेदारों और CA के नाम से की निवेश
जांच में सामने आया कि अनवर ढेबर को 90 करोड़ रुपए से अधिक मिले, जिन्हें उन्होंने
रिश्तेदारों और चार्टर्ड अकाउंटेंट्स के नाम से कंपनियों में इन्वेस्ट किया।
EOW की चार्जशीट में बताया गया कि शराब बिक्री से मिलने वाले कमीशन का 15% हिस्सा अनवर ढेबर को दिया जाता था।
🏢 फरवरी 2019 में बना था “सिंडिकेट”
EOW की जांच के अनुसार, फरवरी 2019 में रायपुर की जेल रोड स्थित होटल वेनिंगटन में
एक मीटिंग हुई थी, जिसमें प्रमुख डिस्टलरी मालिकों को बुलाया गया।
इस मीटिंग में शराब सप्लाई पर प्रति पेटी कमीशन तय किया गया और उसे
A, B, C पार्ट्स में बांटकर पूरा सिस्टम तैयार किया गया।
🔹 पार्ट A: डिस्टलरी से कमीशन
प्रति पेटी 75–100 रुपए तक कमीशन लिया गया।
🔹 पार्ट B: नकली होलोग्राम वाली शराब की बिक्री
सरकारी दुकानों से फर्जी होलोग्राम लगी शराब बेची गई।
🔹 पार्ट C: सप्लाई जोन में हेरफेर कर वसूली
डिस्टलरी की सप्लाई एरिया को बदलकर 52 करोड़ रुपए की अवैध वसूली की गई।
🚨 अब तक 14 गिरफ्तारियां, पूर्व मंत्री और पूर्व CM का बेटा भी शामिल
इस मामले में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा, अरुणपति त्रिपाठी, अरविंद सिंह,
अनवर ढेबर, त्रिलोक सिंह ढिल्लन, अनुराग द्विवेदी, अमित सिंह,
दिलीप टुटेजा और सुनील दत्त सहित 14 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को भी
शराब घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में गिरफ्तार किया गया है।
🗣️ EOW और ED की जांच जारी
EOW के मुताबिक विदेशी शराब पर मिले कमीशन और
अवैध फंड फ्लो के रूट्स की जांच अभी जारी है।
कई कंपनियों के बैंक खातों की जांच की जा रही है।
