
अमृतसर (पंजाब): सोमवार की देर रात पंजाब के मजीठा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले भंगाली, धरीएवाल और मराड़ी कलां गांवों में जहरीली शराब पीने से आठ लोगों की जान चली गई, जबकि कई अन्य की हालत चिंताजनक बनी हुई है। इस दर्दनाक घटना ने पूरे क्षेत्र को दहशत में डाल दिया है और पीड़ित गांवों में मातम पसरा हुआ है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह हादसा देर रात उस समय हुआ जब लोगों ने अवैध रूप से तैयार की गई कच्ची शराब का सेवन किया। देखते ही देखते एक के बाद एक लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी और कुछ ही घंटों में आठ लोगों की मौत हो गई।
मृतकों में से चार व्यक्ति मराड़ी कलां गांव से बताए जा रहे हैं। इस त्रासदी ने पंजाब में पिछले तीन वर्षों के दौरान जहरीली शराब से हुई मौतों की चौथी बड़ी घटना के रूप में एक बार फिर राज्य की शराब नियंत्रण प्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
वहीं, गांवों में मौजूद कई अन्य लोगों की हालत भी गंभीर बनी हुई है, जिससे मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि शराब पूरी तरह से अवैध और जहरीली थी, जिसे संभवतः कच्चे रसायनों से मिलाकर तैयार किया गया था।
पुलिस प्रशासन ने तेजी से कार्रवाई करते हुए शराब आपूर्ति में शामिल एक संदिग्ध आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य शराब विक्रेताओं की तलाश जारी है। पुलिस ने मौके से शराब के सैंपल जब्त किए हैं और सभी मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, जिससे मौत का असली कारण स्पष्ट हो सके।
इस घटना के बाद से स्थानीय लोगों में आक्रोश और भय दोनों व्याप्त हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री वर्षों से जारी है, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते इस पर कभी कड़ी कार्रवाई नहीं हुई।
घटना के तुरंत बाद विपक्षी दलों और सामाजिक संगठनों ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है और साथ ही पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की मांग की है।
सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च स्तरीय जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। वहीं स्थानीय प्रशासन का कहना है कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।