
Ambedkar Cancer Hospital -15 साल बाद कैंसर अस्पताल को राहत: 5 अतिरिक्त फ्लोर बनाने की मंजूरी, 39.36 करोड़ की लागत से होगा निर्माण
अंबेडकर अस्पताल के कैंसर विभाग को आखिरकार बड़ी राहत मिल गई है। लंबे इंतजार और प्रशासनिक अड़चनों के बाद शासन ने कैंसर अस्पताल की मौजूदा इमारत पर पांच अतिरिक्त मंजिलों के निर्माण की स्वीकृति प्रदान कर दी है। इसके लिए कुल 39 करोड़ 36 लाख रुपये की राशि भी मंजूर कर दी गई है।
कैंसर विभाग की यह परियोजना पिछले चार वर्षों से लंबित थी। अब शासन की हरी झंडी मिलने के बाद PWD (लोक निर्माण विभाग) एक महीने के भीतर टेंडर प्रक्रिया शुरू करेगा। ठेका फाइनल होने के बाद निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा, जिसे दो वर्षों के भीतर पूरा करना अनिवार्य होगा।
प्रदेशभर के कैंसर मरीजों को मिलेगी राहत
अंबेडकर अस्पताल का कैंसर विभाग प्रदेश का एक प्रमुख केंद्र है, जहां हर साल हजारों मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। OPD की संख्या में लगातार बढ़ोतरी के कारण वर्तमान इमारत में स्थान की कमी महसूस हो रही थी। पांच नए फ्लोर बन जाने के बाद इलाज, जांच, भर्ती और अन्य सुविधाएं बढ़ाई जा सकेंगी।
पुरानी इमारत को लेकर क्या थी अड़चनें?
करीब 15 साल पहले कैंसर विभाग की इमारत का निर्माण शुरू हुआ था, और योजना थी कि इसे 9 मंजिला बनाया जाएगा। लेकिन उस समय शासन से केवल 2 मंजिल की अनुमति मिली, जिसके बाद PWD ने वहीं निर्माण कार्य रोक दिया।
साल 2023 में, शासन ने कैंसर विभाग को 7 फ्लोर तक विस्तार की मंजूरी दी, लेकिन सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने बिल्डिंग की मजबूती की जांच कराने को कहा।
NIT रायपुर की रिपोर्ट और निर्माण में रुकावट
PWD ने बिल्डिंग की संरचना की जांच के लिए NIT रायपुर के इंजीनियरों की मदद ली। रिपोर्ट में बताया गया कि इमारत को 9 फ्लोर तक बढ़ाना संभव नहीं है, लेकिन 7 मंजिल तक निर्माण किया जा सकता है। इसके बाद प्रस्ताव में संशोधन किया गया।
लेकिन जब एक मंजिल कम करने का प्रस्ताव तैयार हुआ, तो अस्पताल प्रबंधन ने उसकी स्वीकृति नहीं दी और फाइल को सीधे शासन के पास भेज दिया। यही वजह रही कि फाइल मुख्यालय में फंस गई और निर्माण कार्य रुक गया।
अब जाकर मिली है मंजूरी
लगातार प्रयासों और विभागीय बैठकों के बाद, 25 जुलाई को निर्माण की मंजूरी दी गई और 28 जुलाई को 39.36 करोड़ रुपये के बजट की स्वीकृति भी जारी कर दी गई है। इसके साथ ही अब कैंसर अस्पताल के विस्तार का रास्ता साफ हो गया है और आने वाले वर्षों में मरीजों को बड़ी सुविधा मिल सकेगी।