Raipur Conversion Controversy -रायपुर के कुकुरबेड़ा में कथित धर्मांतरण को लेकर हुए विवाद के बाद राज्य महिला आयोग ने रायपुर पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने कहा —
“क्या अब छत्तीसगढ़ के थाने बजरंग दल के इशारे पर चल रहे हैं?”
उन्होंने रायपुर SSP से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है और कहा कि पुलिस की भूमिका पूरी तरह संदिग्ध नजर आ रही है।
🔹 11 महिलाओं ने लगाए गंभीर आरोप
कथित धर्मांतरण विवाद के बाद 11 महिलाओं ने महिला आयोग में पेश होकर बताया कि
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मारपीट, बदसलूकी और रेप की धमकी दी।
महिलाओं का कहना है कि सरस्वती नगर पुलिस ने उनकी शिकायत को जानबूझकर दबाया और दोषियों को बचाने की कोशिश की।
🔹 पुलिस पर मिलीभगत का आरोप
महिला आयोग ने इस मामले को पुलिस की मिलीभगत और पक्षपात की श्रेणी में माना है।
रायपुर SSP को तत्काल जांच कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं।
🔹 कैसे शुरू हुआ विवाद
10 अगस्त की सुबह कुकुरबेड़ा इलाके में एक घर में प्रार्थना सभा चल रही थी।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि वहां धर्म परिवर्तन के लिए पैसे का लालच दिया जा रहा है।
सूचना पर हिंदू संगठन के लोग मौके पर पहुंचे और हंगामा हुआ।
पुलिस ने मौके से एक महिला और दो युवकों को हिरासत में लिया।
स्थानीय लोगों ने बताया कि युवक भागने की कोशिश कर रहे थे, इसलिए उन्हें पीटा गया।
🔹 महिलाओं की FIR में देरी का आरोप
पीड़ित महिलाओं ने कहा कि जब वे शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंचीं,
तो पुलिस ने उन्हें पुलिस लाइन ग्राउंड में भटकाया, और FIR 10 दिन बाद मामूली धाराओं में दर्ज की।
वहीं, बजरंग दल के सदस्यों की शिकायत उसी दिन दर्ज कर ली गई।
🔹 दोनों पक्षों के बयान
📍 अजय नेताम (स्थानीय निवासी) ने कहा —
मोहल्ले में रहने वाले अजय नेताम ने बताया था कि, मेरा भतीजा पिछले कई सालों से हिंदू धर्म और देवी देवताओं को छोड़कर यीशु की पूजा कर रहा है। घर के ऊपर एक साइड में यह लोग रोज देर रात तक गाना बजाना किया करते थे। रोज अनजान लोग मेरे घर आते थे और मेरे भतीजे का ब्रेन वॉश करते थे। इसी को लेकर पूरा विवाद हुआ।
📍 12वीं की छात्रा का आरोप —
जिस मोहल्ले में पूरा विवाद हुआ उसी मोहल्ले में रहने वाली 12वीं की एक छात्रा ने बताया था कि पिछले कई सालों से उन्हें लालच देकर धर्म परिवर्तन के लिए फोर्स किया जा रहा था। मेरे सामने ही बच्चों को 3300 देकर यीशु की पूजा करने के लिए कहा जाता था। मुझे भी कई बार पैसों का लालच दिया लेकिन मैंने मना कर दिया।
📍 बजरंग दल सदस्य अमर दीप शर्मा बोले —
बजरंग दल के सदस्य अमर दीप शर्मा ने कहा था कि हिंदू संगठनों ने किसी भी व्यक्ति से परिसर या थाने के बाहर मारपीट नहीं की। हमारे सामने ही मोहल्ले के लोगों ने धर्म परिवर्तन या मतांतरण कर रहे लोगों को पीटना शुरू कर दिया। हमने कई दफा उनको रोकने की पुलिस कोशिश की।
🔹 छत्तीसगढ़ में बढ़ रहे धर्मांतरण विवाद
छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण-मतांतरण पर हिंदू और ईसाई समाज में टकराव के हालात हैं। 25 जुलाई को दुर्ग रेलवे स्टेशन से 2 मिशनरी सिस्टर्स की गिरफ्तारी हुई थी। ये मुद्दा लोकसभा-राज्यसभा तक पहुंचा था।
आंकड़ों की बात करें तो छत्तीसगढ़ में 2021 से लेकर अब तक हिंदू और ईसाई समाज में 102 बार टकराव हुआ। अलग-अलग जिलों में 44 FIR दर्ज हुई है। इसमें 23 FIR बीते एक साल में दर्ज की गई है। कोरबा, बलरामपुर, महासमुंद, दुर्ग और बिलासपुर जिले हॉटस्पॉट बने हुए हैं।
