Madamsilli Dam Opened: धमतरी जिले में लगातार हो रही बारिश से माड़मसिल्ली बांध पूरी तरह भर गया है। बांध का जलस्तर 99.36% तक पहुंच गया, जिसके चलते ब्रिटिशकालीन 34 सायफन गेट स्वतः खुल गए हैं। गेट खुलने से बांध से पानी की निकासी जारी है।
बांध से निकासी और मौजूदा हालात

बांध में फिलहाल 2232 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है।
उतनी ही मात्रा में पानी की निकासी भी सायफन गेट्स से की जा रही है।
नजारा देखने बड़ी संख्या में लोग बांध के पास पहुंच रहे हैं।
प्रशासन ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ग्रिल और बैरिकेडिंग लगाई है।
बाढ़ का खतरा और प्रशासन की तैयारी
पानी छोड़ने की जानकारी देने के लिए आसपास के गांवों में मुनादी कराई गई है। मौसम विभाग ने जिले में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। खंड वर्षा के कारण जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
गंगरेल बांध भी लगभग भर चुका
धमतरी का गंगरेल बांध 93.22% तक भर चुका है। यदि कैचमेंट एरिया में पानी की आवक और बढ़ी, तो रुद्री बराज से महानदी में पानी छोड़ा जा सकता है।
24 घंटे में कहां-कितनी बारिश हुई?
धमतरी तहसील – 27.8 मिमी
कुरूद – 23.5 मिमी
मगरलोड – 11.8 मिमी
नगरी – 10.9 मिमी
भखारा – 34.3 मिमी
कुकरेल – 15 मिमी
बेलरगांव – 18.5 मिमी
👉 जिले में औसत वर्षा 20.3 मिमी दर्ज की गई है।
क्यों खास है माड़मसिल्ली बांध?
माड़मसिल्ली बांध को ब्रिटिश काल में बनाया गया था। इसे एशिया का पहला सायफन डैम भी कहा जाता है। आज भी इसकी अनोखी संरचना लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी रहती है।
