Teacher Arrest -भाटापारा/सिमगा। स्कूल में नाबालिग छात्राओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े करने वाला चौंकाने वाला मामला सामने आया है। सिमगा पुलिस ने बनसाकरा निवासी शिक्षक देवलाल साहू को गिरफ्तार किया है, जिस पर छात्राओं से छेड़छाड़ करने का आरोप है। आरोपी शिक्षक जाति और निवास प्रमाण पत्र बनवाने के नाम पर छात्राओं को अपने पास बुलाता और फिर गंदी हरकत करता था।
कैसे खुला मामला?
स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो गये हैं। बनसाकरा निवासी आरोपी शिक्षक देवलाल साहू को सिमगा पुलिस ने नाबालिग छात्राओं से छेड़छाड़ के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी शिक्षक छात्राओं से जाति और निवास प्रमाण पत्र बनवाने में मदद करने का झांसा देता था। इसी बहाने वह उन्हें अपने पास बुलाता और फिर छेड़छाड़ की घटनाओं को अंजाम देता था। छात्राओं के बयान के बाद पूरा मामला खुलकर सामने आया।
सिमगा पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्रवाई की। अब तक तीन नाबालिग छात्राओं ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) समेत आईपीसी की प्रासंगिक धाराओं में अपराध दर्ज किया है।
पुलिस की कार्रवाई
आरोपी देवलाल साहू को गिरफ्तार कर थाने लाया गया, जहां उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने बताया कि अन्य पीड़िताओं के आगे आने की भी संभावना है, इसलिए जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है। इस मामले में स्कूल प्रबंधन की भूमिका की भी जांच होगी कि आरोपी के खिलाफ पहले कोई शिकायत आई थी या नहीं।
जांच का दायरा बढ़ा
सिमगा थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी शिक्षक का आचरण गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। उन्होंने कहा कि –
“नाबालिगों से छेड़छाड़ के मामलों में हम जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हैं। आरोपी को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा और मामले की गहराई से जांच की जाएगी।”
स्थानीय लोगों में आक्रोश
घटना के बाद अभिभावकों और स्थानीय ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। लोगों ने आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है। कई सामाजिक संगठनों ने भी इस मामले में कार्रवाई की सराहना की और कहा कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने चाहिए ताकि स्कूलों में छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
प्रशासन से सुझाव
स्कूलों में काउंसलिंग और सुरक्षा उपाय बढ़ाए जाएं।
छात्राओं के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाए ताकि वे बिना डरे अपनी बात परिवार और पुलिस को बता सकें।
