Illegal sand mining dhamtari -कागजों में रोक, जमीन पर जारी खेल: धमतरी से रायपुर तक अवैध रेत खनन का खुलासा
छत्तीसगढ़ में रेत खनन पर 10 जून से 15 अक्टूबर तक नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) के आदेश पर रोक है। बावजूद इसके रायपुर और धमतरी जिले में खनन माफिया खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
राजधानी रायपुर से सिर्फ 50 किलोमीटर दूर धमतरी के बुड़ेनी घाट से हर रात 150-200 हाइवा रेत निकाली जा रही है। यह खुलासा 2 अगस्त से 31 अगस्त के बीच की गई पड़ताल में हुआ है।
रात होते ही शुरू हो जाता है अवैध कारोबार
खनन माफिया ने पूरा नेटवर्क तैयार किया है।
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रात 10 बजे के बाद पोकलेन मशीनें नदी में उतारी जाती हैं।
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एक मशीन सिर्फ 7 मिनट में हाइवा भर देती है।
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रेत भरे वाहन 5-7 मिनट के अंतराल में रायपुर के लिए रवाना होते हैं।
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सुबह 4 बजे तक यह सिलसिला जारी रहता है।
रिपोर्टिंग टीम ने 31 अगस्त की रात एक हाइवा का पीछा किया, लेकिन वाहन ने गोबरा नवापारा इलाके में चकमा दे दिया। तीन घंटे बाद वही हाइवा रायपुर की ओर रेत लेकर जाता दिखा।
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खनन माफिया का सिस्टम
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रायपुर से हाइवा रात 8 बजे अभनपुर पहुंचते हैं।
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नवापारा होते हुए राजिम और बुड़ेनी घाट तक जाते हैं।
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अंधेरे में पोकलेन से रेत भरने का काम होता है।
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भरे हुए वाहन बैच बनाकर निकलते हैं।
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रायपुर तक अलग-अलग रूट से रेत पहुंचाई जाती है।
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रायपुर से सटे गांवों में अवैध भंडारण कर सप्लाई दी जाती है।
स्टॉक बनाम हकीकत
खनन कारोबारी द्रोणेश प्रकाश सोनवानी का कहना है –
“नदी से सीधे रेत नहीं निकाल रहे हैं। बुड़ेनी घाट पर 10 हजार घनमीटर (करीब 500 हाइवा) रेत का स्टॉक है, वहीं से सप्लाई की जा रही है।”
लेकिन पड़ताल में सामने आया कि घाट पर पोकलेन मशीनें हर रात काम कर रही हैं।

प्रशासन का दावा
अविनाश मिश्रा, कलेक्टर धमतरी ने कहा –
“फिलहाल डंपिंग साइट से ही रेत सप्लाई हो रही है। अगर किसी नदी से अवैध खनन की जानकारी मिलती है तो टीम भेजकर कार्रवाई की जाएगी।”

