
UPSC में चपरासी के बेटे की सफलता आज पूरे देश के युवाओं के लिए प्रेरणा बन गई है। अंकित कुमार वन्या ने 2024 की सिविल सेवा परीक्षा में 607वीं रैंक हासिल कर यह साबित कर दिया कि मेहनत और आत्मविश्वास से कोई भी मंजिल दूर नहीं।
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा घोषित सिविल सेवा परीक्षा 2024 के नतीजों में प्रयागराज के अंकित कुमार वन्या ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अखिल भारतीय स्तर पर 607वीं रैंक हासिल की है। जब संघर्ष की कहानियाँ सफलता में बदलती हैं, तो वे पूरे समाज के लिए मिसाल बन जाती हैं। गुजरात निवासी अंकित की कहानी भी कुछ ऐसी ही है—पिता एलआईसी में चपरासी और माँ खिलौनों का ठेला लगाती हैं, लेकिन बेटे ने UPSC जैसी प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता पाकर इतिहास रच दिया।
ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, अंकित ने UPSC के साथ-साथ GPSC परीक्षा में भी दूसरी रैंक हासिल की है। उन्होंने बताया कि आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण उन्हें पढ़ाई के साथ-साथ नौकरी भी करनी पड़ी। सबसे पहले उन्होंने नगर निगम में काम किया, लेकिन IAS बनने के सपने को जिंदा रखते हुए वह नौकरी छोड़ दी और पूरी तरह UPSC की तैयारी में जुट गए। उनकी स्कूलिंग, कॉलेज और कोचिंग सभी सरकारी संस्थानों से ही हुई।
अंकित कहते हैं, “संघर्ष अब भी जारी है। मैं चाहता हूं कि अपनी मेहनत से न सिर्फ अपने परिवार को बेहतर जीवन दूं, बल्कि देश के लिए भी कुछ कर सकूं।”
उनकी यह सफलता उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो सीमित संसाधनों में भी बड़े सपने देखते हैं। माँ-बाप की कठिन मेहनत और बेटे का अटूट संकल्प आज रंग लाया है।