
Murder In Durg -बॉयफ्रेंड ने शादी का झांसा देकर मां-बेटे की हत्या की, शव दो कुओं में फेंके
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के खम्हरिया गांव में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एक युवक ने पहले एक विधवा महिला से शादी का वादा किया, फिर संबंध बनाए और अंत में महिला व उसके आठ साल के बेटे की गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या के बाद शवों को साड़ी में लपेटकर, बोरी में भरकर और पत्थर बांधकर दो अलग-अलग कुओं में फेंक दिया गया।
हत्या के बाद दो आरोपियों की गिरफ्तारी
दुर्ग पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने इस डबल मर्डर केस का खुलासा करते हुए बताया कि खम्हरिया गांव में शनिवार, 22 जून को दो कुओं से महिला और एक बच्चे के शव बरामद किए गए। शवों की हालत खराब थी और महिला के हाथ-पांव बंधे हुए थे। पुलिस ने संदेह के आधार पर छत्रपाल सिंह सिंगौर और उसके चचेरे भाई शुभम सिंह सिंगौर को गिरफ्तार कर लिया है।
इंस्टाग्राम से शुरू हुई थी पहचान

पुलिस जांच में पता चला कि रायपुर निवासी सुनीता चतुर्वेदी उर्फ पल्लवी और आरोपी छत्रपाल की मुलाकात दो साल पहले इंस्टाग्राम पर हुई थी। बातचीत के बाद मिलने-जुलने का सिलसिला शुरू हुआ। सुनीता विधवा थी और अपने बेटे के साथ अपने माता-पिता के घर में रहती थी। छत्रपाल ने झांसा दिया कि वह उससे शादी करेगा और उसके बेटे को भी अपनाएगा।
शारीरिक संबंध और शादी के झूठे वादे
आरोपी लगातार महिला को शादी का झांसा देता रहा और इस दौरान दोनों के बीच शारीरिक संबंध भी बने। जब भी सुनीता शादी की बात करती, आरोपी उसे टाल देता। लेकिन जब सुनीता को यह पता चला कि छत्रपाल ने किसी दूसरी युवती से शादी कर ली है, तब वह गुस्से में आकर उस पर दबाव बनाने लगी।
शादी के दबाव से परेशान होकर की हत्या
छत्रपाल ने अपने चचेरे भाई शुभम को बताया कि सुनीता बार-बार उसके घर आकर उसके साथ रहने का दबाव बना रही है। इसी वजह से दोनों भाइयों ने मिलकर हत्या की योजना बनाई। 18 जून को छत्रपाल ने सुनीता और उसके बेटे को बाइक पर बिठाकर गांव लाया और खेत में ले जाकर दोनों की गला दबाकर हत्या कर दी।
हत्या के बाद शवों को बोरी में भरकर कुएं में फेंका

हत्या के बाद दोनों शवों को साड़ी में लपेटा गया, बोरी में डाला गया और पत्थर बांधकर कुएं में फेंक दिया गया ताकि कोई सुराग न मिले। शवों से बदबू आने पर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद मौके पर पहुंची टीम ने दोनों शवों को बरामद किया।
पहले टालमटोल, फिर कबूला जुर्म
पुलिस ने जब छत्रपाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो वह शुरुआत में गुमराह करता रहा। लेकिन जब सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूल लिया। उसने बताया कि महिला और उसके बेटे को मारने की पूरी योजना पहले से बनाई गई थी।
गुमशुदगी दर्ज थी, शव की पहचान परिजनों ने की
रायपुर के सिविल लाइन थाने में सुनीता और उसके बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज थी। शव मिलने के बाद परिजनों ने उनकी पहचान की। पुलिस ने छत्रपाल और शुभम के खिलाफ हत्या और सबूत मिटाने की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
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