
Elon Musk ने ट्रम्प प्रशासन से दिया इस्तीफा, ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ पर जताई आपत्ति
टेस्ला और स्पेसएक्स के मालिक और अमेरिकी अरबपति Elon Musk ने अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन से इस्तीफा दे दिया है। गुरुवार सुबह 5:30 बजे (भारतीय समयानुसार) उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर यह जानकारी साझा की।
मस्क ने लिखा कि उनकी ‘स्पेशल गवर्नमेंट एंप्लाई’ के रूप में भूमिका अब समाप्त हो चुकी है। उन्होंने इस जिम्मेदारी के लिए ट्रम्प का धन्यवाद भी किया।
DOGE में निभा रहे थे भूमिका
Elon Musk को ट्रम्प ने डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) का प्रमुख नियुक्त किया था, जिसका उद्देश्य सरकारी खर्चों में कटौती करना था।
‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ से मस्क थे असहमत
हालांकि इस्तीफे की सीधी वजह सामने नहीं आई है, लेकिन मस्क लंबे समय से उस बिल के विरोध में थे, जिसे ट्रम्प ने ‘बिग ब्यूटीफुल’ कहा था। मस्क का कहना था कि इस बिल से सरकारी खर्चों में इजाफा होगा, जो DOGE के उद्देश्यों के विपरीत है।
कार्यकाल भी था समाप्ति के करीब
मस्क की नियुक्ति 30 मई 2025 तक के लिए की गई थी और उनका इस्तीफा कार्यकाल समाप्त होने से मात्र एक दिन पहले आया।
‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ के वे 5 बिंदु, जिन पर Elon Musk ने जताई नाराजगी:
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इनकम टैक्स और एस्टेट टैक्स में 2017 की कटौतियों को स्थायी करना और नई टैक्स कटौती लागू करना।
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ओवरटाइम, टिप्स और सोशल सिक्योरिटी इनकम पर टैक्स कम करने का प्रस्ताव।
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बॉर्डर सुरक्षा और सेना को मजबूत करने के लिए अतिरिक्त खर्च।
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सरकारी धोखाधड़ी और दुरुपयोग रोकने के लिए कड़े कानून।
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डेब्ट सीलिंग यानी सरकार की उधार सीमा को बढ़ाना।
राजनीति से दूरी बनाने के संकेत
DOGE से इस्तीफा देने से पहले मस्क ने CBS को दिए इंटरव्यू में कहा कि अब वे राजनीति से दूर रहना चाहते हैं और किसी राजनीतिक दल को चंदा नहीं देंगे।
वॉशिंगटन पोस्ट को दिए इंटरव्यू में उन्होंने अमेरिका की सरकारी नौकरशाही को अपेक्षा से अधिक जटिल और बेकार बताया।
अब कंपनियों पर देंगे ध्यान
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मस्क अब दोबारा टेस्ला, स्पेसएक्स और xAI जैसी कंपनियों पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
DOGE पर मस्क के जाने का असर:
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प्रभाव कम होगा: मस्क के बिना DOGE की गति और प्रभाव कम हो सकता है।
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कानूनी दिक्कतें: पहले से चल रहे मुकदमों में अब और परेशानियां आ सकती हैं।
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नेतृत्व की चुनौती: अगर कोई प्रभावशाली उत्तराधिकारी नहीं मिला, तो 1 ट्रिलियन डॉलर की बचत का लक्ष्य मुश्किल होगा।
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सीमित समय: DOGE का कार्यकाल जुलाई 2026 तक है, लेकिन बिना मस्क के यह सीमित स्तर पर काम कर सकता है।
ट्रम्प और मस्क के बीच पुराना मतभेद
🔹 UAE में xAI को कॉन्ट्रैक्ट नहीं मिला:
OpenAI को UAE में AI डेटा सेंटर प्रोजेक्ट का ठेका मिला, जबकि मस्क की कंपनी xAI इसमें पीछे रह गई। इसके बाद उन्होंने ट्रम्प के सलाहकारों की निष्पक्षता पर सवाल उठाए।
🔹 वित्तीय वादा अधूरा:
मस्क ने 2026 के मध्यावधि चुनाव से पहले ट्रम्प को 100 मिलियन डॉलर देने का वादा किया था, लेकिन अब तक यह रकम नहीं दी गई। इससे ट्रम्प समर्थक खफा हैं।
सीक्रेट ब्रीफिंग विवाद और सरकार की फजीहत
न्यूयॉर्क टाइम्स ने रिपोर्ट दी कि 21 मार्च को Elon Musk को चीन से संभावित युद्ध पर पेंटागन की सीक्रेट ब्रीफिंग दी जानी थी। इस खबर से ट्रम्प नाराज हुए और कहा कि चीन से जुड़े मामलों में मस्क को जानकारी नहीं दी जाएगी।
हालांकि मस्क पेंटागन गए, लेकिन ‘द टैंक’ रूम की बजाय रक्षा मंत्री के ऑफिस में DOGE पर बातचीत की।
बाद में Elon Musk ने X पर लिखा कि उन्होंने झूठी जानकारी लीक करने वाले अधिकारियों पर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। इसके बाद पेंटागन ने दो वरिष्ठ अधिकारियों को बाहर कर दिया।
Elon Musk के चार फैसले, जिन पर हुआ विरोध:
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ट्रेजरी और सोशल सिक्योरिटी डिपार्टमेंट के डेटा तक DOGE की पहुंच – राष्ट्रीय सुरक्षा पर सवाल।
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56,000 सरकारी कर्मचारियों की छंटनी।
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सरकारी कर्मियों से ईमेल द्वारा काम का हिसाब मांगना।
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USAID और Voice of America जैसी एजेंसियों को बंद करने की कोशिश।
अमेरिका में हुआ विरोध प्रदर्शन
CNN की रिपोर्ट के अनुसार, 6 अप्रैल को अमेरिका के सभी 50 राज्यों में 1,400 से ज्यादा विरोध रैलियां निकाली गईं। इसमें सिविल राइट्स संगठन, मजदूर यूनियन, LGBTQ+ कार्यकर्ता, पूर्व सैनिक और चुनावी वॉलंटियर्स शामिल थे। ये प्रदर्शन Elon Musk की सरकारी दखलअंदाजी के खिलाफ थे।
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