
Corona New Variant- भारत में कोरोना से एक और मौत: बेंगलुरु में 84 वर्षीय व्यक्ति ने दम तोड़ा, देश में एक्टिव केस बढ़कर 351 हुए
देश में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। हाल ही में बेंगलुरु में 84 साल के एक बुजुर्ग की संक्रमण से मौत हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, इससे पहले महाराष्ट्र के ठाणे में एक 21 वर्षीय युवक की जान गई थी।
शनिवार को विभिन्न राज्यों में कोरोना के कुल 16 नए मामले दर्ज किए गए। इनमें महाराष्ट्र के ठाणे से 8, उत्तराखंड और हरियाणा से 3-3, जबकि उत्तर प्रदेश के नोएडा और कर्नाटक के बेलगावी से 1-1 मामला सामने आया है।
23 मई को अहमदाबाद में 20, उत्तर प्रदेश में 4, हरियाणा में 5 और बेंगलुरु में 9 महीने का एक बच्चा भी संक्रमित पाया गया। वर्तमान में देश में कुल 351 एक्टिव केस हैं।
दिल्ली सरकार ने कोरोना को लेकर एक नई एडवाइजरी जारी की है, जिसमें सभी अस्पतालों को बेड, ऑक्सीजन, दवाइयों और वैक्सीन की तैयारी रखने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही सभी पॉजिटिव सैंपल्स को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए लोक नायक अस्पताल भेजने को कहा गया है। सभी संस्थानों को रोजाना रिपोर्ट दिल्ली हेल्थ पोर्टल पर अपलोड करनी होगी।
एडवाइजरी ऐसे समय आई है जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चीन, पाकिस्तान, थाईलैंड और सिंगापुर जैसे देशों में कोविड मामलों में इजाफा देखा गया है। INSACOG (Indian SARS-CoV-2 Genomics Consortium) के अनुसार भारत में कोविड-19 के NB.1.8.1 और LF.7 वैरिएंट के केस सामने आए हैं, जो एशियाई देशों में भी फैलते देखे गए हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इन वैरिएंट्स को चिंताजनक तो नहीं माना, लेकिन इन्हें ‘अंडर मॉनिटरिंग’ श्रेणी में रखा है। NB.1.8.1 में A435S, V445H और T478I जैसे म्यूटेशंस पाए गए हैं, जो तेजी से फैलने की क्षमता रखते हैं और पूर्व की इम्युनिटी पर असर नहीं करते।
भारत में JN.1 वैरिएंट अभी सबसे अधिक पाया जा रहा है, जो टेस्टिंग में आधे से ज्यादा सैंपल्स में मिला है। इसके बाद BA.2 (26%) और अन्य ओमिक्रॉन सबलाइनिज (20%) के मामले देखे गए हैं।
गुजरात में 33 एक्टिव केस हैं, जबकि कुल मामलों की संख्या 40 हो चुकी है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह के अनुसार राजधानी में अब तक 23 मामले सामने आए हैं। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में 4 मरीज पाए गए हैं, जिनमें से 3 होम आइसोलेशन में और 1 अस्पताल में भर्ती है। हरियाणा में 48 घंटों में 5 केस सामने आए हैं, जिनमें 2 महिलाएं शामिल हैं। इन सभी की कोई अंतरराष्ट्रीय यात्रा नहीं हुई है।
JN.1 वैरिएंट की पहचान सबसे पहले अगस्त 2023 में हुई थी, और दिसंबर में WHO ने इसे ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ घोषित किया। इसमें लगभग 30 म्यूटेशन्स होते हैं जो इम्यून सिस्टम को प्रभावित करते हैं।
जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के मुताबिक, यह वैरिएंट बहुत तेजी से फैलता है लेकिन गंभीर नहीं होता। JN.1 से संक्रमित लोगों में लक्षण कुछ दिनों से लेकर कई हफ्तों तक रह सकते हैं, और कुछ मामलों में लॉन्ग कोविड भी हो सकता है, जिसमें लक्षण ठीक होने के बाद भी बने रहते हैं।