
Mysore Pak- भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच, राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक मिठाई दुकान ने ऐतिहासिक मिठाई ‘मैसूर पाक’ का नाम बदलकर ‘मैसूर श्री’ रख दिया है। दुकानदार का कहना है कि उन्होंने अपनी सभी मिठाइयों से ‘पाक’ शब्द हटा दिया है और उसकी जगह ‘श्री’ जोड़ दिया है।
नाम बदलने का कारण:
दुकानदार ने बताया कि उन्होंने यह कदम भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए उठाया है। दुकानदार ने बातचीत में कहा, “हमने मिठाइयों से ‘पाक’ शब्द हटा दिया है। अब ‘मोती पाक’ को ‘मोती श्री’, ‘गोंद पाक’ को ‘गोंद श्री’, और ‘मैसूर पाक’ को ‘मैसूर श्री’ के नाम से बेचा जाएगा।” हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ‘पाक’ शब्द का पाकिस्तान से कोई संबंध नहीं है, बल्कि यह कन्नड़ भाषा में ‘मीठा’ का अर्थ रखता है।
भारत-पाकिस्तान तनाव का प्रभाव:
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था। भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाकर पीओके में आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की थी। इसके जवाब में पाकिस्तान ने मिसाइल और ड्रोन से हमले किए, जिनका भारत ने प्रभावी तरीके से जवाब दिया। 10 मई को दोनों देशों के बीच सीजफायर के बाद स्थिति कुछ हद तक शांत हुई है।
मैसूर पाक का ऐतिहासिक महत्व:
‘मैसूर पाक’ एक पारंपरिक मिठाई है जिसकी शुरुआत 19वीं सदी में कर्नाटक के मैसूर पैलेस से हुई थी। मिठाइयों में ‘पाक’ शब्द को पाकिस्तान से कोई लेना-देना नहीं है बल्कि कन्नड़ भाषा में पाक का मतलब मीठा होता है. ‘मैसूर पाक’ कर्नाटक की एक मशहूर मिठाई है जिसका नाम मैसूर के नाम पर पड़ा है. इस मिठाई को शक्कर की चाशनी में मिलाकर बनाया जाता है.
जनभावनाओं का सम्मान:
दुकानदार ने कहा कि मिठाइयों के नाम बदलने का उद्देश्य किसी धर्म, संस्कृति या भाषा का अपमान करना नहीं है, बल्कि देशभक्ति और जनभावनाओं का सम्मान करना है। उनका मानना है कि नाम से उत्पन्न होने वाली संवेदनशीलता को समझते हुए यह बदलाव जरूरी था।