
Kawardha News-कवर्धा में धर्मांतरण को लेकर बवाल..VIDEO:हिंदू संगठन बोले- बीमारी ठीक करने का झांसा दे रहे; कमरे में 20 से ज्यादा लोग थे
छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले से धर्मांतरण से जुड़ा एक मामला सामने आया है। यह घटना आदर्श नगर इलाके की है, जहां एक घर के बंद कमरे में प्रार्थना सभा आयोजित की जा रही थी। इस सभा में विभिन्न समुदायों के लोग तथा कुछ मिशनरी समर्थक शामिल थे। कई महिलाएं अपने बच्चों के साथ वहां मौजूद थीं। जानकारी मिलते ही विश्व हिंदू परिषद (VHP) के कार्यकर्ता वहां पहुंच गए।
यह पूरा मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है। विहिप कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचकर ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए और विरोध जताया। उन्होंने आरोप लगाया कि फादर थॉमस और उनकी पत्नी गुप्त रूप से धर्म परिवर्तन करवा रहे थे। विरोध के दौरान मिशनरी समर्थकों और विहिप कार्यकर्ताओं के बीच हल्की झड़प भी हुई।
घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें कमरे के भीतर बड़ी संख्या में लोग दिखाई दे रहे हैं और वहां बाइबिल भी रखी हुई थी। विश्व हिंदू परिषद का आरोप है कि हिंदू धर्म के अनुयायियों को गंभीर बीमारियों के इलाज, टोटके और झाड़-फूंक से छुटकारा दिलाने का झांसा देकर उनके विचार बदले जा रहे थे।
हिंदू जागरण मंच के सदस्य सौरभ सिंह ने दावा किया कि फादर थॉमस, जो कि होली किंगडम स्कूल के प्रिंसिपल हैं, पहले भी स्कूली बच्चों के जबरन धर्मांतरण के आरोपों में घिरे रहे हैं। उन्होंने बताया कि एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी कि स्कूल की फीस माफ करने के नाम पर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है।
सौरभ सिंह ने यह भी कहा कि जब संगठन के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे, तब आरोपियों ने महिलाओं को आगे कर माहौल को तनावपूर्ण बना दिया, जिससे हल्की झड़प की स्थिति उत्पन्न हुई। हिंदू संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे कार्यक्रमों पर सख्ती से रोक लगाई जाए और इस प्रकार के धर्मांतरण मामलों की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
सूचना मिलने के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची और स्थिति को शांत किया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र बघेल ने बताया कि विहिप की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि फादर थॉमस पिछले 25 वर्षों से स्कूल चला रहे हैं और नियमित प्रार्थनाएं भी कराते हैं। वीडियो में वे स्वयं भी कुछ इसी प्रकार की बात करते दिखे हैं। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, जिसके बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।