21st Van Shaheed Divas -रायपुर में 21वां राष्ट्रीय वन शहीद दिवस श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया गया।
दिनांक 11 सितंबर 2025 को राजीव स्मृति वन (ऊर्जा पार्क) रायपुर स्थित वन शहीद स्मारक में कार्यक्रम आयोजित हुआ। छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ द्वारा आयोजित इस आयोजन में छत्तीसगढ़ शासन के वनमंत्री श्री केदार कश्यप मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए और वन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
वनमंत्री का संबोधन

वनमंत्री केदार कश्यप ने कहा –
“आज का दिन भावनाओं से भरा है। हम उन वीर शहीदों को याद कर रहे हैं जिन्होंने जंगलों, प्राकृतिक संसाधनों और वन्य जीवों की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। उनकी शहादत हमें पर्यावरण संरक्षण की महत्ता और इसे संरक्षित करने की जिम्मेदारी की याद दिलाती है।”


परिजनों का सम्मान और ज्ञापन
कार्यक्रम के दौरान वनमंत्री ने वन शहीदों के परिजनों को शॉल और श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया।
छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ के प्रांत अध्यक्ष अजीत दुबे ने इस अवसर पर वनमंत्री को ज्ञापन सौंपा। इसमें कांकेर वनमण्डल में ड्यूटी के दौरान भालू के हमले से मृत वनकर्मी नारायण यादव को वन शहीद का दर्जा देने की मांग की गई।


स्मारिका का विमोचन
वन शहीद दिवस के मौके पर वनमंत्री के हाथों स्मारिका का विमोचन भी किया गया।
वन शहीद दिवस का इतिहास
हर साल 11 सितंबर को वन शहीद दिवस मनाया जाता है। इसका इतिहास 1730 में जोधपुर के खेजड़ी गांव से जुड़ा है, जहां अमृता देवी और उनकी तीन बेटियों समेत 363 लोगों ने खेजड़ी के पेड़ों को बचाने के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे।
कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारी
इस अवसर पर वनमंत्री के साथ प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन बल प्रमुख) श्री व्ही. श्रीनिवास राव, प्रांत अध्यक्ष अजीत दुबे, छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से आए वन अधिकारी-कर्मचारी और संगठन के सदस्य शामिल हुए।
